मानव शरीर : ग्रन्थियाँ और उनसे स्रावित होने वाले हार्मोन
- हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की ग्रंथियां होती हैं जो विभिन्न प्रकार के हारमोंस का निर्माण करती हैं अंतः स्रावी ग्रंथियों को एंडोक्राइन ग्लैंड कहते हैं।
- इन ग्रंथियों में कोई नली नहीं पाई जाती है। अतः इनसे निकलने वाला हार्मोन रक्त में होकर अपनी जगह तक पहुंचता है।
- हारमोन का नियंत्रण मस्तिष्क द्वारा किया जाता है इसके अध्ययन को न्यूरो इंडो क्रिनोलॉजी(Neuro Endo Chronology) कहते हैं।
Harmon ग्रीक भाषा के शब्द Harmaein से बना है, जिसका अर्थ उत्तेजनकारी पदार्थ।
- हार्मोन एक कार्बनिक पदार्थ है। यह या तो प्रोटीन या तो व्युत्पन्न वसा (स्टेरॉयड) का बना होता है।
- हार्मोन शरीर की विभिन्न क्रियाओं का नियंत्रण व समन्वय करता है। (जैसे वृद्धि, विकास, अंगों के कार्य प्रजनन आदि)
- इनकी कमी या अधिकता से फंक्शनल डिसीज अर्थात कार्यात्मक रोग होते हैं।
यकृत मानव शरीर की सबसे बड़ी अंतः स्रावी ग्रंथि है।
पीयूष ग्रंथि (Pituitary Gland)
एक अंतः स्रावी ग्रंथि है, जो खोपड़ी में Skull के स्फेनायड अस्थि में मटर के दाने के समान संरचना में स्थित है।
यह मानव शरीर की सबसे छोटी अंतः स्रावी ग्रंथि है, इसे मास्टर ग्लैंड भी कहते हैं।
पीयूष ग्रंथि मानव शरीर के चार मुख्य हार्मोन स्रावित करती है।
वृद्धि हार्मोन (GH) या Somatotropin Hormone
- यह मुख्य रूप से हड्डियों की वृद्धि में सहायक होता है इस हार्मोन की कमी से बौनापन और अधिकता से भीमकायता होती है।
- युवावस्था में अगर GH हार्मोन की कमी होती है तो व्यक्ति समय से पहले बूढ़ा हो जाता है।
प्रोलैक्टिन हार्मोन
- यह दुख ग्रंथियों के निर्माण को प्रेरित करता है।
ऑक्सीटोसिन हार्मोन
- बच्चे के जन्म के बाद दुग्ध ग्रंथियों से दुग्ध का स्राव करवाता है।
- बच्चे के जन्म से पहले प्रसव पीड़ा में सहायता करता है। (गर्भाशय की दीवार पर क्रियाशील होकर संकुचित करता है)
Called as Birth Hormone and Milk Ejection Hormone
Luteinizing Hormone
- अंडाशय (Ovary) से अंडाणु (Ovum) के निर्माण में सहायक होता है।
Thyroid Gland ( थायराइड ग्रंथि)
- यह गले के बीच में से स्थित होती है, इसके द्वारा थायरोक्सिन हार्मोन स्रावित होता है।
- थायरोक्सिन हार्मोन दो चीजों थायरोसिन (एमिनो एसिड) और आयोडीन से मिलकर बना होता है।
- थायरोक्सिन में आयोडीन के गुलाबी रंग के होने की वजह से यह हल्का गुलाबी रंग का होता है।
- थायरोक्सिन को अंतः स्रावी ग्रंथियों का पेसमेकर कहा गया है।
आयोडीन और थायरोक्सिन की कमी से होने वाले रोग
- गर्भस्थ शिशु का मानसिक विकास बाधित होता है।
- घेंघा रोग
आयोडीन की अधिकता से होने वाले रोग
- Graves Disease ( थायराइड ग्रंथि में सूजन )
- Exophthalmic Disease ( आंख की पुतली एवं मानसिक विकास )
Thymus Gland
- यह ग्रंथि तीन प्रकार के हार्मोन स्रावित करती है।
- थायमिन
- थायमोसिन
- थाइमिन 2
- यह तीनों मिलकर t-lymphocytes उत्पन्न करते हैं योग की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह बच्चों में सर्वाधिक और बुढ़ापे में समाप्त हो जाता है।
Adrenal Gland (अधिवृक्क ग्रंथि)
- क्या ग्रंथि किडनी के ऊपर टोपी नुमा संरचना में होती है। जिससे एड्रीनलीन हार्मोन स्रावित होता है। इसे आपातकालीन हार्मोन भी कहते हैं।
- यह हार्मोन डर, अपमान, क्रोध, व्यग्रता आदि में निकलता है।
- दाढ़ी और मूंछ इसी की अधिकता से निकलते हैं।
Gonads Glands (जनन ग्रंथि)
- पुरुषों में यह Testes में होता है और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन स्रावित करता है, यह हार्मोन शरीर से कम तापमान पर निर्मित होता है।
- महिलाओं में यह Ovary ( अंडाशय ) मैं पाया जाता है और एस्ट्रोजन वाह प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन स्रावित करता है।
एस्ट्रोजन हार्मोन को ब्यूटी हार्मोन भी कहते हैं।