चार्टर एक्ट 1909
- इसे मार्ले मिंटो सुधार के नाम से भी जाना जाता है। इसके माध्यम से मुस्लिम समुदाय के लिए पृथक निर्वाचन मंडल की स्थापना की गई।
चार्टर एक्ट 1919
- इसे मांटेग्यू चेम्सफोर्ड सुधार के नाम से जाना जाता है।
- इस एक्ट के माध्यम से सभी समुदायों के लिए निर्वाचन मंडल की स्थापना की गई।
- 2 सदन की विधायिका राज्य परिषद व विधान सभा की स्थापना भी की गई।
चार्टर एक्ट 1935
- इसे भारत शासन अधिनियम के नाम से भी जानते हैं। जिसे लघु संविधान भी कहा गया था।
- इसमें कुल 321 धाराएं चौथा भाग और 10 परिशिष्ट थे।
- इस एक्ट के माध्यम से भारत को संघ के रूप में विकसित किया गया और म्यांमार (बर्मा) को भारत से अलग कर दिया गया।
- राज्यों से द्वैध शासन को खत्म कर दिया गया।
- केंद्र में कुछ अधिकार भारतीयों को भी दिए गए।
- सुप्रीम कोर्ट को कलकत्ता से दिल्ली संघीय न्यायालय के रूप में स्थापित किया गया।
द्वितीय विश्वयुद्ध – इस दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल थे इनका कार्यकाल 1939 से 1945 तक का था।
क्रिप्स मिशन
- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने भारत को विश्व युद्ध में शामिल होने के लिए क्रिस्प मिशन भेजा था।
- इसके अनुसार अगर भारत क्रिप्स मिशन की सिफारिशों को मान लेता है तो भारत में संविधान सभा की गठन और इसे डोमिनियन स्टेट बना दिया जाएगा।
- विश्व युद्ध के बाद इंग्लैंड के प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली बने जो कि भारत की स्वतंत्रता के समर्थक थे।
कैबिनेट मिशन 1946
- इसके अध्यक्ष पैथिक लोरेंस थे।
- इसमें 2 सदस्य स्टेफोर्ड क्रिप्स और एलेग्जेंडर शामिल ूथे।
- प्रस्ताव- संविधान सभा और अंतरिम सरकार
- उद्देश्य- सत्ता हस्तांतरण
अंतरिम सरकार 10 सितंबर 1946 को गठित हुई।
- प्रमुख – जवाहरलाल नेहरू
- गृह मंत्रालय – सरदार पटेल
- कृषि मंत्रालय – राजेंद्र प्रसाद
- श्रम मंत्रालय – जगजीवन राम
- शिक्षा मंत्रालय – सी राजगोपालाचारी
- वित्त मंत्रालय – लियाकत अली
- रेल मंत्रालय – आसफ अली
- स्वास्थ्य मंत्रालय – गज नफर अली
- रक्षा मंत्रालय – बलदेव सिंह
- कानून मंत्रालय – योगेंद्र नाथ मंडल
- विदेश एवं राष्ट्रमंडल – जवाहरलाल नेहरू
संविधान सभा
- जुलाई 1946 में संविधान सभा का चुनाव हुआ।
- 10 लाख जनसंख्या पर एक सदस्य चुना गया। ये सदस्य राज्यों की विधानसभा सदस्यों द्वारा चुने गए।
- कुल सदस्य – 389
- राज्यों से – 292
- देसी रियासतों से – 93
- चीफ कमिश्नर क्षेत्र से – 04
- कांग्रेस – 204 + 4
- मुस्लिम लीग – 73
- कृषक प्रजा पार्टी – 01
- यूनियनिस्ट पार्टी – 01
- यूनियनिस्ट कांग्रेस पार्टी – 01
- निर्दल – 8
- मुस्लिम लीग ने कैबिनेट मिशन से खुद को बाहर कर लिया था, जिसके बाद अब कुल 324 सीटें बची और इन्हीं लोगों ने 2 साल 11 माह 8 दिन में संविधान का निर्माण किया।
- संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई।
- डॉ सच्चिदानंद सिन्हा को संविधान सभा का अस्थाई अध्यक्ष बनाया गया।
- 11 दिसंबर को दूसरी बैठक में राजेंद्र प्रसाद को स्थाई अध्यक्ष चुना गया।
- संविधान के निर्माण में कुल 12 बैठक हुई।
- 26 नवंबर 1949 को 11वीं बैठक में भारतीय संविधान को अंगीकृत कर दिया गया।
- 26 नवंबर 1949 को ही भारत की अंतरिम संसद स्थापित हुई और नागरिकता व निर्वाचन को लागू कर दिया गया।
- संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी 1950 को हुई जिसमें राजेंद्र प्रसाद को राष्ट्रपति चुना गया।